खीरगंगा के लिए सबसे नजदीकी सड़क बरशैणी है! बरशैणी से खीर गंगा का 13 किलोमीटर का पैदल रास्ता है!बरशैणी कुल्लू से 54 किलोमीटर दूर है ! बरशैणी कुल्लू में एक छोटा सा गाँव है! खीर गंगा जाने के लिए बरशैणी से घने जंगलो को पार कर के जाना पड़ता है!
खीर गंगा जाने के लिए मई से अक्तूबर तक जाना अनुकूल रहता है! क्यूंकि उस समय तापमान 5 डिग्री से -15 डिग्री के बीच रहता है! खीर गंगा ऊँचे -ऊँचे बर्फीले पहाड़ो से घिरा हुआ है! यंहा पर सल्फ़र मिश्रित गर्म जल निकलता रहता है!इस गर्म जल को एक कुंड में रोक लिया जाता है ! खीर गंगा आने वाला हर इंसान इस कुंड में स्नान करता है!इस जल से चर्म -रोग खत्म हो जाता है! इस कुंड के पास माँ पार्वती और शिव का मंदिर है !मंदिर से कुछ दुरी पर ही भगवान कार्तिके की भी गुफा है!जहां पर कार्तिके ने तपस्या की थी!
प्राचीन समय में यंहा पर खीर बहती थी! कलयुग में खीर के लिए जगड़ा न हो इसलिए पशुराम जी ने खीर को पानी में बदल दिया ! लेकिन यंहा आज भी पानी में चावल और मलाई दिखाई देते है! लोगो की मान्यता ही की इस में स्नान करने से पाप धुल जाते है!